पिछले दिनों दिलीप ट्रॉफी का आगामी सीजन चर्चा का विषय बना रहा है. यह टूर्नामेंट 5-22 सितंबर तक खेला जाएगा, जिसमें भारतीय नेशनल क्रिकेट टीम के लिए खेल रहे खिलाड़ियों को भी शामिल किया गया है. इस बात पर काफी जोर दिया गया है कि राष्ट्रीय टीम के लिए खेल रहे प्लेयर्स को भी डोमेस्टिक क्रिकेट खेलना चाहिए. इस बीच बीसीसीआई (BCCI) सचिव जय शाह ने बड़े राज से पर्दा उठाकर कहा है कि यदि कोई खिलाड़ी चोटिल हो जाता है तो वो कैसे टीम इंडिया में वापसी कर सकता है?
BCCI सचिव जय शाह ने खुलासा किया है कि कैसे कोई खिलाड़ी चोटिल होने के बाद टीम इंडिया में वापसी कर सकता है। उन बताया कि खिलाड़ियों को डोमेस्टिक क्रिकेट खेलना होगा और अपनी फिटनेस साबित करनी होगी।
जय शाह ने कहा, "हमने कुछ सख्त नियम बनाए हुए हैं। जब रवीन्द्र जडेजा चोटिल हुए, तब मैंने ही उन्हें कॉल करके डोमेस्टिक क्रिकेट खेलने के बीसीसीआईलिए कहा था। यह अब नियम बन चुका है कि जो भी खिलाड़ी चोट के कारण बाहर जाएगा, वह टीम इंडिया में तभी वापस आ सकता है जब वो डोमेस्टिक क्रिकेट में अपनी फिटनेस को साबित करे।"
उन्होंने यह भी कहा कि विराट कोहली और रोहित शर्मा को दिलीप ट्रॉफी में खेलने की छूट दी गई है क्योंकि उन्हें चोटिल होने का खतरा है और टीम मैनेजमेंट को आगामी सीरीज को भी ध्यान में रखना था।
दिलीप ट्रॉफी 5 सितंबर से 22 सितंबर तक खेली जाएगी, जिसमें भारतीय नेशनल क्रिकेट टीम के लिए खेल रहे खिलाड़ियों को भी शामिल किया गया है। इस टूर्नामेंट में खिलाड़ियों को अपनी फिटनेस साबित करने का मौका मिलेगा।
इस नियम के तहत, खिलाड़ियों को डोमेस्टिक क्रिकेट में अपनी फिटनेस साबित करनी होगी और फिर ही वे टीम इंडिया में वापसी कर पाएंगे। यह नियम खिलाड़ियों की सुरक्षा और फिटनेस को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है।
बीसीसीआई के इस नियम से खिलाड़ियों को अपनी फिटनेस पर ध्यान देने और डोमेस्टिक क्रिकेट में अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलेगा। साथ ही, टीम इंडिया को भी मजबूत और फिट खिलाड़ियों का चयन करने में मदद मिलेगी।